गुजरात में वासुकी नाग का जीवाश्म मिला है. ये करीब 4.70 करोड़ साल पुराना है. यह विशालकाय सांप टी.रेक्स डायनासोर से भी बड़ा था. इसकी लंबाई कम से कम 49 फीट थी. इस सांप का जिक्र समुद्र मंथन में आता है. जिसमें बताया गया था कि मंदार पर्वत के चारों तरफ वासुकी नाग को लपेट कर समुद्र मंथन किया गया था.
गुजरात के कच्छ में बेहद प्राचीन जीवाश्म मिले हैं. ये जीवाश्म वासुकी नाग (Vasuki Snake) के हैं. यह दुनिया का सबसे बड़ा नाग था. इससे बड़ा एनाकोंडा भी नहीं है. न ही डायनासोरों के जमाने का विशालकाय टी.रेक्स डायनासोर था. वासुकी नाग का जीवाश्म कच्छ के पानंधरो लाइटनाइट खदान में मिला है.
यह वही सांप है, जिसका जिक्र समुद्र मंथन में आता है. इसी की मदद से मंदार पर्वत को मथनी की तरह घुमाया गया था. जिससे समुद्र से अमृत और विष जैसे कई महत्वपूर्ण चीजें निकली थीं. वैज्ञानिकों ने इस खदान से वासुकी नाग की रीढ़ की हड्डियों के 27 हिस्से बरामद किए हैं. इसका वैज्ञानिक नाम Vasuki Indicus है.