कुठेरा गांव, डाकघर मलांगन, तहसील झंडूत्ता के निवासी ललित कुमार, हिमाचल प्रदेश के आर्थिक और सांख्यिकी विभाग में रिसर्च ऑफिसर (क्लास 1 गजेटेड) पद पर चयनित होकर सफलता की एक नई मिसाल पेश कर रहे हैं। यह उपलब्धि न केवल उनकी व्यक्तिगत मेहनत और लगन की कहानी कहती है, बल्कि यह उनके परिवार और दोस्तों के अटूट समर्थन का भी प्रतीक है।ललित कुमार, ब्रह्मा नंद शर्मा और पुष्पा कुमारी के पुत्र, ने स्नातक के बाद भारतीय नौसेना में शामिल होकर राष्ट्र की सेवा में अपना जीवन समर्पित किया। अपनी सेवा के दौरान भी उन्होंने अपनी शिक्षा को प्राथमिकता दी और इग्नू से तीन परास्नातक डिग्रियां—एमटीएम (मास्टर ऑफ टूरिज्म मैनेजमेंट), एमए (अंग्रेजी), और एम.कॉम (मास्टर ऑफ कॉमर्स)—हासिल कीं।जुलाई 2021 में नौसेना से सेवानिवृत्त होने के बाद, ललित ने न केवल नियमित रूप से बी.एड की पढ़ाई पूरी की, बल्कि सहायक रसायनज्ञ के रूप में कार्य करते हुए प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं की तैयारी भी की। उनके इस अथक परिश्रम और दृढ़ निश्चय का परिणाम आज सबके सामने है, जब उन्होंने प्रतिष्ठित रिसर्च ऑफिसर परीक्षा पास कर हिमाचल प्रदेश का गौरव बढ़ाया है।ललित कुमार ने अपनी सफलता पर कहा:”यह उपलब्धि मेरे परिवार, दोस्तों और शुभचिंतकों के समर्थन के बिना संभव नहीं थी। यह वर्षों की मेहनत का नतीजा है, और मैं हर उस व्यक्ति का आभारी हूं जिन्होंने इस सफर में मेरा साथ दिया।”ललित ने अपने परिवार—अपनी पत्नी अनीता शर्मा, 7 वर्षीय पुत्र शौर्य शर्मा, और बहन ममता शर्मा—को अपनी सफलता का मुख्य आधार बताया। इसके साथ ही, उन्होंने अपने चचेरे भाई और नौसेना के साथी, पूर्व पीओईएलआर दीपक सर, और सपन सर (श्रम कल्याण अधिकारी) का विशेष धन्यवाद दिया, जिन्होंने उन्हें हर कदम पर प्रेरित और मार्गदर्शित किया।आगे की योजना और प्रेरणा का संदेश:अपने नए पद पर ललित कुमार का लक्ष्य हिमाचल प्रदेश के विकास में सार्थक योगदान देना है। वह अपने ज्ञान और अनुभव का उपयोग प्रदेश के आर्थिक और सांख्यिकीय तंत्र को सशक्त बनाने के लिए करना चाहते हैं। उनकी यात्रा यह संदेश देती है कि किसी भी परिस्थिति में दृढ़ निश्चय, मेहनत, और परिवार का समर्थन आपको हर लक्ष्य तक पहुंचा सकता है।यह कहानी उन सभी के लिए प्रेरणा है, जो अपने सपनों को सच करने के लिए प्रयासरत हैं।अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें:ललित कुमारगांव कुठेरा, डाकघर मलांगन, तहसील झंडूत्तायह प्रेस विज्ञप्ति न केवल उनकी सफलता को सम्मान देती है, बल्कि दूसरों को भी उनकी तरह अपने सपनों को साकार करने के लिए प्रेरित करती है।
