शिमला, भाजपा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन का राज चल रहा है। मुख्यमंत्री और उनकी मित्र मंडली ने हिमाचल प्रदेश को 50 वर्ष पीछे ला कर खड़ा कर दिया है, हिमाचल में पर्यटन के रथ का चक्का जाम हो गया है। उन्होंने कहा कि एचपीटीडीसी के सभी 18 होटल हिमाचल प्रदेश की धरोहर हैं और राज्य के ताज हैं। अगर ओक्युपेंसी की बात की जाय तो 40% कम नहीं होती, साथ ही इसके अंतर रेस्तरां और दूसरे इनकम के भी सोर्स होते हैं। तो फिर क्यों हिमाचल प्रदेश के ये 18 धरोहर घाटे में गए? स्पष्ट है कि कांग्रेस की भ्रष्टाचारी और लापरवाह सरकार ने इसका मैनेजमेंट अच्छे तरीके से नहीं किया। जो लोग हिमाचल प्रदेश को हिंदुस्तान की पर्यटन राजधानी बनाने की बात करते थे और कहते थे कि हिमाचल में पर्यटन अच्छा चल रहा है, बाहर से लाखों लोग घूमने आ रहे हैं तो फिर हिमाचल प्रदेश की ऐसी शर्मनाक स्थिति क्यों हुई? इन जगहों पर काम कर रहे राज्य सरकार के कर्मचारियों का क्या होगा? क्या हिमाचल की कांग्रेस सरकार ने इन धरोहरों को बचाने का कोई मास्टर प्लान तैयार किया – नहीं क्योंकि इनका ध्यान तो भ्रष्टाचार करने में लगा रहता है, कुर्सी बचाने में लगा रहता है।हिमाचल प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। हर तरफ लूट, अराजकता और घोटालों की बू आ रही है। कांग्रेस की सुक्खू सरकार की गलत नीतियों का ही परिणाम है कि हिमाचल प्रदेश को अपने इतिहास के ये दुर्दिन देखने पड़ रहे हैं। इसके लिए हिमाचल प्रदेश की जनता कांग्रेस को कभी भी माफ़ नहीं करेगी। जो देवभूमि हिमाचल प्रदेश अपनी ख़ूबसूरती और पर्यटन के लिए जाना जाता था, वह कांग्रेस की झूठी गारंटियों और भ्रष्ट नीतियों के कारण कर्ज में डूब गया है। कांग्रेस सरकार के कुशासन के कारण आज हिमाचल प्रदेश के धरोहरों की भी कुर्की की नौबत आ गई है। कांग्रेस की सुक्खू सरकार को सत्ता में एक मिनट भी रहने का कोई अधिकार नहीं है।
कांग्रेस की सुक्खू सरकार को सत्ता में एक मिनट भी रहने का कोई अधिकार नहीं : कश्यप
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